मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक ऐसी बीमारी है जो यूं तो असाधारण (rare) है परन्तु ये संक्रामक है। कुछ समय से इसके मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है जिससे यह एक चिंता का विषय बन गया है। इस कारण से स्वास्थ विभाग और सरकार में इसको ले कर चिंता बढ़ी है। मंकीपॉक्स यूं तो त्वचा के सीधे संबंध में आने से फैलता है, परन्तु इसके और भी कई कारण हैं। इस ब्लॉग में हम आपको मंकीपॉक्स और उसके प्रसार के कारणों तथा अन्य जोखिमों के बारे में बताएंगे।
मंकीपॉक्स (Monkeypox) : क्या है आखिर ये महामारी?
मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक ऐसी बीमारी है जो वाइरस के द्वारा फैलती है। यह वायरस ऑर्थोपॉक्सविरिडे (Orthopoxviridae) वायरस परिवार का हिस्सा है जो अन्य महामारी जैसे कि चेचक फैलाने के लिए भी ज़िम्मेदार हैं। मंकीपॉक्स का सबसे पहला मामला 1958 में दर्ज किया गया था जहां ये बीमारी बंदरों में पाई गई थी, इसलिए इस बीमारी को मंकीपॉक्स (Monkeypox) का नाम दिया गया।
मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लक्षण निम्नप्रकार हैं:
- तेज़ बुखार (high fever)
- अत्याधिक सर दर्द (severe headache)
- शरीर के मांसपेशियों में दर्द (body muscle pain)
- थकान (tiredness)
- शरीर में सूजन (swelling in the body)
जब शरीर से बुखार का ताप धीरे-धीरे गिर जाता है तब शरीर में खुजली शुरू होती है और छोटे-छोटे फोड़े उभरने लगते हैं। फिर ये फोड़े बड़े हो जाते हैं जिनमे मवाद भर जाता है और इन फोड़ों में बहुत ज़्यादा खुजली भी होती है। ये फोड़े आंख, चेहरे और शरीर के अन्य भागों में भी फैल जाते हैं जिससे बहुत बेचैनी का अनुभव होता है।
मंकीपॉक्स (Monkeypox) का फैलाव: कैसे फैलती है ये बीमारी?
अन्य वायरस संक्रमित बीमारी की तरह मंकीपॉक्स (Monkeypox) भी सीधे संपर्क से फैलता है। जब कोई मनुष्य या जानवर किसी दूसरे संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आता है तो ये बीमारी फैलने का खतरा अत्याधिक बढ़ जाता है। यह त्वचा से त्वचा संपर्क के माध्यम से फैलने वाली एक प्रमुख बीमारी है, खासकर तब जब त्वचा पर फफोले, घाव या चकत्ते हों। ये संपर्क में आने वाले हर स्वस्थ व्यक्ति में बहुत तेज़ी से फैलती है।
त्वचा के संपर्क के अलावा और भी कई कारण हैं जिनसे ये संक्रमण तेज़ी से फैलता है:
- संक्रमित व्यक्ति के साथ सीधा संपर्क।
- संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाना।
- संक्रिमत व्यक्ति द्वारा की गई वस्तुओं का उपयोग (चादर, तौलिया, रूमाल, तकिया या उनके वस्त्र) इत्यादि।
- संक्रमित व्यक्ति की श्वसन बूंदों (respiratory droplets) के माध्यम से भी यह बीमारी फैलती है।
इसलिए यह आवश्यक है कि हम संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क ना स्थापित करें।
हाई रिस्क (High Risk) एक्टिविटीज़ जो मंकीपॉक्स (Monkeypox) के जोखिम को बढ़ा सकती हैं
मंकीपॉक्स के फैलने के लिए बहुत से कारक ज़िम्मेदार हैं। यहां हम उन गतिविधियों का वर्णन कर रहे हैं जिनसे मंकीपॉक्स (Monkeypox) का जोखिम बहुत अधिक बढ़ सकता है।
- यौन संपर्क (sexual contact)
मंकीपॉक्स यौन संबंधों के दौरान फैल सकता है। त्वचा से त्वचा के संपर्क और शारीरिक तरल पदार्थों के आदान-प्रदान के कारण यह वायरस आसानी से फैल सकता है। इसके लिए विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले यौन संबंधों से बचने की सलाह दी जाती है, खासकर जब मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही हो।
- संक्रमित व्यक्ति की चीज़ों का उपयोग (use of belongings of an infected person)
अगर आप मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संक्रमित व्यक्ति की चीज़ों का उपयोग करते हैं तो आपको संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप उनके उतारे हुए वस्त्र, इस्तेमाल किए हुए तौलिए, चादर या अन्य ऐसे सामानों का प्रयोग करते हैं तो आपके त्वचा पर संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है की संक्रमित व्यक्तियों के उपयोग की हुई वस्तुओं से आप दूर रहें।
- भीड़ वाली जगहों पर जाना (going to crowded places)
जिन इलाकों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले होते हैं वहां आइसोलेशन एक अच्छा ऑप्शन है। यह ज़रूरी है कि आप भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ना जाएं। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें और कम से कम बाहर निकलने की कोशिश करें। इससे आपके संक्रामित होने के चांसेज 50% कम हो जाते हैं और आप सुरक्षित रह पाते हैं।
- संक्रमित जानवरों के संपर्क में आना (coming into contact with infected animals)
मंकीपॉक्स न केवल मानवों से बल्कि जानवरों से भी फैल सकता है। इसलिए, संक्रमित जानवरों के संपर्क में आना या उनके द्वारा काटे या खरोंचे जाना एक और उच्च जोखिम वाली गतिविधि है। विशेष रूप से छोटे स्तनधारी जानवर, जैसे चूहे और गिलहरी, संक्रमण का प्रमुख स्रोत हो सकते हैं।
मंकीपॉक्स (Monkeypox) से बचाव के तरीके
उचित सावधानी बरतने पर आप मंकीपॉक्स (Monkeypox) से बच सकते हैं। आज हम आपको इससे बचने के कुछ उपाय बताएंगे जिनसे आप संक्रमण के खतरे से बच सकते हैं।
- अगर आप अपनी स्वच्छता का ध्यान रखें और व्यक्तिगत सफाई आपके संक्रमण का खतरा कम कर देती है।
- अगर आपके आसपास संक्रमित लोग हैं और उनका इलाज चल रहा है तो आप उनसे दूरी बनाए रखें। ऐसा इसलिए है क्योंकि जितनी दूरी बना के रखेंगे उतना ही आप पर खतरा कम होगा।
- भीड़भाड़ से दूर रहना बेहद जरूरी है। यह संभव है कि किसी संक्रमित व्यक्ति में तुरंत लक्षण न दिखें, लेकिन वह आपको संक्रमण फैलाने का कारण बन सकता है। इसलिए, सावधानी बरतें और जितना हो सके, भीड़ से बचें।
- संक्रमित जानवरों से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध जानवर के संपर्क में आने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ रखें। पालतू जानवरों के आसपास भी स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचा जा सके। हाथ धोने और साफ-सफाई की आदतों को अपनाकर आप अपने और अपने पालतू जानवरों के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकते हैं।
- चिकित्सकों की सलाह का पालन करें, उनके निर्देशों को गंभीरता से लें। संक्रमण के बारे में जानकारी प्राप्त करें और उसके फैलने के तरीके समझें, ताकि आप समय रहते उचित सावधानी बरत सकें और स्वयं को सुरक्षित रख सकें।
निष्कर्ष
मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक संक्रामक बीमारी है जो तेजी से फैल सकती है। त्वचा के संपर्क में आने से यह बीमारी बड़ी आसानी से फैलकर महामारी का रूप ले सकती है। इसलिए, जरूरी है कि हम हमेशा सतर्क रहें, आवश्यक सावधानियाँ बरतें, और खुद को संक्रमण से सुरक्षित रखें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल: (Frequently Asked Questions)
- मंकीपॉक्स कितने दिनों में ठीक होता है?
Answer:- मंकीपॉक्स को पूरी तरह ठीक होने में आमतौर पर दो से चार हफ्ते का समय लग सकता है।
- मंकीपॉक्स से बचने के क्या उपाय हैं?
Answer:- यह आवश्यक है कि आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं, क्योंकि इससे बीमारी के फैलने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। खुद को सुरक्षित रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण सावधानी है।
- क्या मंकीपॉक्स हवा से फैल सकता है?
Answer:- मंकीपॉक्स केवल संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से फैलता है; यह हवा से नहीं फैलता। इसलिए, संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक संपर्क से बचना ही इसका प्रसार रोकने का मुख्य तरीका है।